
विधानसभा में कर्जमाफी पर हंगामा
गर्भगृह में उतरे, फिर बर्हिगमन
फसल बर्बादी के नुकसान, मुआवजे और भावांतर पर चर्चा के दौरान कर्जमाफी के पैसे के इंतजाम को लेकर भार्गव व विधायक नरोत्तम मिश्रा ने एक पत्र दिखाकर कहा कि सोसाइटियों से आधा पैसा भराया जा रहा है। आधा पैसा सरकार देगी। इसका सच बताइए। सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने भार्गव से पत्र लेकर देखा। इस बीच खूब बवाल हुआ। इसी दौरान भाजपा सदस्य गर्भगृह में उतरे और नारेबाजी करके बर्हिगमन कर दिया।
मंत्रियों ने यह कहा…
किसानों को 25 फरवरी तक मुआवजे का भुगतान शुरू हो जाएगा। कर्जमाफी 22 फरवरी से शुरू हो जाएगी। पंद्रह साल किसानों की दुर्दशा की, लेकिन अब किसानों की सच्ची हितैषी सरकार है।
गोविंद सिंह राजपूत, राजस्व मंत्री
हमारी सरकार कथन नहीं, वचन से चलती है। पांच साल के लिए प्रचार कम, काम ज्यादा का मंत्र है। पंद्रह साल जिन्होंने किसानों की आवाज दबाई अब वे घडिय़ाली आंसू बहा रहे हैं।
सचिन यादव, कृषि मंत्री
खरीदी केंद्र बढ़ाए जाएंगे। इससे किसानों की समस्या में कमी आएगी। पहले अपने गिरेबान में झांकिए, किसने महंगा पेट्रोल-डीजल दिया। किसानों की हालत खराब कर दी।
प्रद्युम्न सिंह तोमर, खाद्य मंत्री
– विधायकों ने यह कहा…
पटवारी की बजाए असिस्टेंट पटवारी सर्वे कर रहे हैं। ऐसा कराने वालों पर कार्रवाई हो। शिवराज के गिरते ग्राफ को बचाने चहेते अफसर भावांतर लाए।
– लक्ष्मण सिंह, कांग्रेस विधायक, चाचौड़ा
यदि कांग्रेस सरकार को प्रचार से सच में दूरी है, तो जनसंपर्क विभाग को बंद कर दें। यह सरकार किसान हितैषी नहीं है।
– उमाकांत शर्मा, भाजपा विधायक, सिरोंज
क्या प्रदेश में केवल अडानी-अंबानी का कर्ज माफ होना चाहिए। भाजपा राज में किसान 43 फीसदी से घटकर 23 फीसदी हो गए। बाकी खेतीहर मजदूर बन गए।
– कुणाल चौधरी, कांग्रेस विधायक, कालापीपल