सरकार बदली, कुछ समय रूके, अब फिर रोजाना बिजली का शटडाउन
भोपाल. बिजली रखरखाव के नाम पर सालभर की घोषित कटौती से उपभोक्ताओं ने नई सरकार की आमद के साथ राहत की उम्मीद की थी। ऊर्जा मंत्री प्रियव्रतसिंह ने भी बिजली अफसरों से शुरुआती बैठकों में स्पष्ट किया था कि शटडाउन पूरी तरह बंद हो। कुछ समय तक ये बंद भी रहा, लेकिन बीते करीब दस दिन में फिर से अपने पुराने अंदाज में है। भोपाल समेत शहर के आसपास के क्षेत्रों में रोजाना १२ से १५ क्षेत्रों में छह घंटे से अधिक समय तक की घोषित कटौती की जा रही है। बीते पांच दिन में ही शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में करीब २५ घंटे बिजली बंद रखी गई।
नई सरकार के शटडाउन में बिजली कटौती के कारण जरूर नए हैं। पहले जहां रखरखाव के नाम पर ही बिजली कटौती की जाती थी, इसबार जंफर बदलना, खंभा बदलना, कंडक्टर खराबी दूर करने जैसे कारण बताकर बिजली काटी जा रही है। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी डॉ. संजय गोयल का कहना है कि यदि कुछ सुधार के लिए काम करना है तो उसके लिए बिजली बंद करना ही होगी। बेवजह शटडाउन नहीं लिया जा रहा। मंत्री प्रियव्रतसिंह का कहना है कि हमारा संकल्पपत्र पूरी बिजली का पक्षधर है। अफसरों को इस बारे में स्पष्ट संदेश दे दिया है। वाजिब कारण पर ही कटौती होगी। हम इसकी मॉनीटरिंग भी करवा लेंगे। बेवजह की कटौती नहीं करने के लिए पहले ही कहा जा चुका है।