कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार संकट में घिरी है
एमपी में सहयोगियों पर निर्भर है कमलनाथ की कांग्रेस सरकार
230 सदस्यों की एमपी विधानसभा में कांग्रेस के 114 विधायक
नई दिल्ली/ भोपाल
कनार्टक में मचे सियासी उठापटक के बीच मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस सतर्क हो गई है। कांग्रेस को अंदेशा है कि बीजेपी राज्य की कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने में जुटी है। कांग्रेस नेताओं को डर है कि बीजेपी अब मध्य प्रदेश की सत्ता बदलने के लिए साजिश रचने में जुटी है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक में बीजेपी को पता है कि वह सरकार गिराने में कामयाब नहीं हो पाएगी और वे अब मध्य प्रदेश में ऐसी कोशिश कर सकते हैं। कांग्रेस सूत्र का कहना है, ‘वे भोपाल में हमें सत्ता से हटाने के के लिए असली ताकत लगाने जा रहे हैं।’
बता दें कि 15 साल के बाद बीजेपी एमपी की सत्ता से बाहर हुई है। दिसंबर में विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। बीजेपी को 230 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत से 7 कम यानी 109 सीटें हासिल हुई थीं। वहीं कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी।
राज्य में कांग्रेस की सरकार की अगुआई सीएम कमलनाथ कर रहे हैं, जिन्हें एक चतुर नेता माना जाता है। चुनाव नतीजों के फौरन बाद उन्होंने चार निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल करते हुए सरकार बना ली। इसके साथ ही कांग्रेस सरकार को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के दो और समाजवादी पार्टी (एसपी) के एक विधायक का समर्थन हासिल है।
एमपी में बहुमत का आंकड़ा
विधानसभा में कुल सीटें- 230
कांग्रेस- 114
बीजेपी- 109
बीएसपी- 2
एसपी- 1
निर्दलीय- 4
स्पीकर कांग्रेस का एमएलए
कर्नाटक में सियासी संकट
मंगलवार को दो निर्दलीय विधायकों ने कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। हालांकि 224 सदस्यों की विधानसभा में जेडीएस -कांग्रेस के 116 विधायक हैं। इसके अलावा उसे बीएसपी के एक विधायक का भी समर्थन हासिल है। कुमारस्वामी सरकार के पास अभी बहुमत के आंकड़े से 4 ज्यादा यानी 117 विधायकों को समर्थन है। ऐसे में सीएम कुमारस्वामी को पूरा भरोसा है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। लेकिन मुंबई गए हुए कई कांग्रेस विधायकों के पाला बदलने की अटकलों से सियासी संकट टला नहीं है। वहीं, पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा समेत बीजेपी के 104 विधायक हरियाणा के एक रिजॉर्ट में रुके हुए हैं।