मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर टाइम्स नाउ और सीएनएक्स के प्रीपोल सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है.सर्वे के मुताबिक मध्यप्रदेश में चौथी बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है यानी शिवराज सिंह चौहान चौथी बार वापसी करेंगे. हालांकि बीजेपी के वोटों में कुछ अंतर आ सकता है.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक ओपिनियन सर्वे में कहा गया है कि बीजेपी 230 सीटों में 122 सीटें जीत सकती है, जो जादुई आंकड़े 116 सीट से ज्यादा है. वहीं कांग्रेस 95 सीटें जीत सकती है जो पहले की तुलना में बेहतर है. मायावती की बीएसपी को 3 सीटें हासिल हो सकती हैं. बची पार्टियां जैसे जीजीपी, एसपी, लेफ्ट फ्रंट और निर्दलीय उम्मीदवारों को 10 सीटें मिल सकती हैं.सर्वे में सामने आया है कि 40.11 फीसदी लोगों के पसंदीदा उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान हैं वहीं कांग्रेस के कमलनाथ को 20.32 फीसदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को 19.65 फीसदी लोग बेहतर चेहरा मानते हैं. सर्वे का कहना है कि शिवराज के लिए लोगों के मन में ज्यादा गुस्सा नहीं है.सर्वे के मुताबिक एमपी में 28.95 फीसदी लोग सियासी पार्टी के आधार पर, 30.41 फीसदी लोग प्रत्याशी के आधार पर और 25.57 फीसदी लोग जातिगत आधार पर वोट देना चाहते हैं.गौरतलब है कि एमपी में एक चरण में 230 सीटों के लिए वोटिंग होगी. बीजेपी शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है वहीं कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूरी ताकत झोंक रखी है.मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों में भरपूर जोश देखा जा रहा है. चुनाव को लेकर जैसे-जैसे पार्टियां उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं, वैसे ही राजनीतिक पारा भी बढ़ता जा रहा है. इस बीच मध्य प्रदेश की राजनीति में सरताज सिंह का नाम काफी सुर्खियां बटोर रहा है.एमपी कांग्रेस ने प्रत्याशियों की 5वीं सूची जारी की है और इसमें सरताज सिंह को होशंगाबाद से टिकट मिला है. ये वही सरताज सिंह है जिन्होंने बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ते हुए साल 1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन सिंह को हराया था.मध्य प्रदेश की राजनीति में सरताज सिंह काफी मुख्य नेता माने जाते हैं. 1991-94 तक बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे. 1995-99 तक बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहे. 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे. वहीं 1989 से 2004 तक सरताज सिंह लगातार लोकसभा के सदस्य चुने गए.साल 2008 में सरताज सिंह राज्य की 13वीं विधानसभा के लिए चुने गए और वन मंत्री बने. वहीं साल 2013 में दूसरी बार विधानसभा के लिए चुने गए और पीडब्ल्यूडी मंत्री बने. जून 2016 में 70 प्लस फॉर्मूले के चलते मंत्री पद छोड़ना पड़ा.
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: सर्वे में बड़ा खुलासा- चौथी बार बनेगी बीजेपी की सरकार
सर्वे में सामने आया है कि 40.11 फीसदी लोगों के पसंदीदा उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान हैं