भोपाल. एमपी के चीफ मिनिस्टर कमलनाथ के निर्देशों के बाद अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ की जा रही कार्रवाई में इंदौर में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट द्वारा नगर निगम के अमले के साथ बदसलूकी, मारपीट की घटना पर कमलनाथ काफी खफा हैं. उनकी इस नाराजगी के बाद मंत्री के रिश्तेदारों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की नाराजगी और उनके ट्वीट के बाद इंदौर पुलिस ने सिलावट के भांजे राहुल सिलावट और भतीजे चंदू सिलावट सहित चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इन लोगों ने मंगलवार 5 नवम्बर को सिलावट के जन्मदिन के पोस्टर हटाने पर नगर निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दुबई से ही इस घटना को गंभीरता से लेेते हुए ट्वीट किया है कि यदि उनके पोस्टर भी बिना कलेक्टर के लगाए जाएं तो प्रशासन उन्हें भी तत्काल हटाएं. इंदौर में लोगों ने तुलसी सिलावट के जन्मदिन पर बैनर-पोस्टर लगाए थे. उन्हें हटाने के दौरान सिलावट के भांजे और भतीजे ने नगर निगम कर्मचारियों की लाठी डंडों से पिटाई कर दी थी. उन पर पत्थर भी बरसाए थे.
एफआईआर दर्ज करने में 24 घंटे लगे
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के भांजे-भतीजे ने मंगलवार को इंदौर नगर निगम कर्मचारियों की डंडे से पिटाई की थी. उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. घटना के 24 घंटे बाद सिलावट के इन दोनों रिश्तेदारों के खिलाफ नगर निगम कर्मचारी एफआईआर दर्ज करवा पाए.
ऐसे ही मामले में आकाश विजयवर्गीय गए थे जेल
बीजेपी विधायक आकाश विजयर्गीय के बल्लाकांड के बाद उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज हो गई थी और जेल भी भेज दिया गया था, लेकिन ये मामला मंत्री से जुड़ा होने की वजह से कोई सामने नहीं आना चाह रहा था. ऐसे में महापौर मालिनी गौड़ को हस्तक्षेप करना पड़ा और कमिश्रर आशीष सिंह को निर्देश देने पड़े.
तुलसी सिलावट ने कहा-जो होना था वो हो गया
इस घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा जो होना था वो हो गया. जितना दुख आपको है, उतना ही दुख मुझे भी है. मैंने अपने सभी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि किसी के भी जन्मदिन पर बैनर और पोस्टर न लगाएं. बैनर पोस्टर के पैसों से गरीब बस्तियों में जाकर जन्मदिन मनाएं.