मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को दावा किया कि जौरा विधानसभा सीट के उपचुनाव के बाद भाजपा प्रदेश की सत्ता में वापसी करेगी। चौहान ने पत्रकारों से कहा कि जिस प्रकार प्रदेश में जनता के बीच हाहाकार मचा हुआ है, उसे देखते हुए भाजपा केवल जौरा (मुरैना जिले के विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव) में ही नहीं बल्कि प्रदेश की सत्ता में भी वापसी करेगी।
प्रदेश की मंत्री इमरती देवी के विपक्ष पर दिये गये एक बयान के बारे में पूछ जाने पर चौहान ने कहा कि किसी को सत्ता के अहंकार में चूर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने का मतलब यह नहीं है कि विपक्ष को कुछ भी बोल दिया जाए। यह लोकतंत्र है और इसमें विपक्ष के भी कुछ अधिकार होते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता विपक्ष को कुचलने की है तो यह उसकी भूल है।
इसी मानसिकता में वह खुद ही कुचल जाएगी। मीडिया से बात करने से पहले चौहान ने शनिवार को ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस ने इसे चौहान का दिवास्वप्न करार दिया। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद पिछले एक साल से भाजपा लगातार प्रदेश में सरकार बनाने का दावा कर रही है। देश के अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों के हाल में आए परिणामों में भाजपा की पराजय हुई है इसलिए चौहान को अब दिन में यह सपना देखना बंद कर देना चाहिए।
गौरतलब है कि जौरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा (61) का 21 दिसंबर को निधन हो गया था। उनकी मृत्यु के बाद जौरा सीट खाली पड़ी है और इस सीट पर छह माह के अंदर उपचुनाव कराए जाएंगे। मध्य प्रदेश की कुल 230 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस 114 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है और भाजपा के 108 सदस्य हैं। कांग्रेस ने चार निर्दलीय, बसपा के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई है। कांग्रेस विधायक शर्मा के निधन के बाद विधानसभा में एक सीट रिक्त है।