दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की किस्मत बुलंद होती दिख रही है। बीजेपी की आंतरिक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 30 से 35 सीटें मिलती दिख रही हैं। बीजेपी को सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन का फायदा मिल सकता है।
हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में दो नेताओं ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सीटों में होने वाले इजाफों में से एक मुख्य कारण शाहीनबाग प्रदर्शन है, जिसके खिलाफ में बीजेपी लगातार आवाज बुलंद कर रही है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 40 दिनों से अधिक समय से शाहीन बाग में प्रदर्शन हो रहा है। इस कारण से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग सड़क 15 दिसंबर से बंद है। लोगों को काफी परेशानी भी हो रही है।
उन्होंने कहा है कि नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ शाहीन बाग और देश के अलग-अलग इलाकों में हो रहे विरोध-प्रदर्शन से एक तरह से बीजेपी को फायदा हो रहा है। चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जाएगी, बीजेपी के आंकड़ों में और भी ज्यादा इजाफा देखने को मिल सकता है। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी महज तीन सीटें जीती थीं, जबकि आम आदमी पार्टी को 67 सीटें मिली थीं।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि यह सच है कि हम लोग बहुत अच्छा कर रहे हैं। लोगों ने शाहीन बाग को लेकर अपनी मानसिकता जाहिर की है। मनीष सिसोदिया के बयान (हम और हमारी पार्टी शाहीन बाग के साथ खड़ा है) ने हमारी मदद की है।
मनोज तिवारी की बात का समर्थन करते हुए दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि शाहीन बाग के प्रदर्शन और आम आदमी पार्टी की विफलताओं से हमें फायदा मिलता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा विध्वंसकारक तत्वों को उजागर करने और आम आदमी पार्टी सरकार की विफलताओं को लोगों के सामने रखने के लिए अभियान चला रही है। शाहीन बाग से हमें इसमें मदद मिली है।
उन्होंने कहा कि अगर आप ऐसा कह रहे हैं कि एंटी शाहीन बाग सेंटिमेंट हमारे पक्ष में काम किया है। लेकिन यह भी काम किया कि हम लोगों को बताने में सक्षम रहे हैं कि मोदी सरकार द्वारा लाई की गई आयुष्मान भारत (चिकित्सा बीमा योजना) योजना को AAP सरकार ने दिल्ली में लागू नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा यह आंकड़ां (सीटों की संख्या) और बढ़ेगा और हम अगले तीन या चार दिनों में आम आदमी पार्टी को पछाड़ देंगे।’
बीजेपी इस मोमेंटम को बरकरार रखने की पूरी कोशिश कर रही है। सभी सांसदों को एक नोट भेजा गया है, जिसके मुताबिक, उन्हें संसद के पहले सत्र में समय बिताने के लिए कहा गया है और दोपहर 3 बजे के बाद राजधानी के क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के लिए कहा गया है। खासकर बंगाल, ओडिसा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के सांसदों से कहा गया है, जिनका दिल्ली में वोट बेस बेहतर है।
आम आदमी पार्टी ने एचटी ने कहा कि वे किसी अन्य पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण पर टिप्पणी नहीं करेंगे। बता दें कि दिल्ली में 8 फरवरी को वोटिंग है और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे।