भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के दिग्गज नेता बाबूलाल गौर शुक्रवार को फिर सुर्खियों में आ गए, जब वे कांग्रेस के एक सम्मेलन में शामिल होने पहुंच गए। चुनावी सरगर्मियों के बीच बीजेपी के दिग्गज नेता का कांग्रेस खेमे में जाने को काफी अहम माना जा रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता कमलनाथ की तारीफ करके उन्होंने सियासत भी गर्मा दी है। बीजेपी खेमे में अंदरुनी बातें शुरू हो गई, वहीं उनकी बहू ने भी कहा है कि बाबूलालजी को ऐसा नहीं करना था।
अपने ससुर पर दिया बहू ने बयान
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर ने अपने ससुर के कांग्रेस के कार्यक्रम में शिरकत करने पर बड़ा बयान दिया है। पूर्व महापौर कृष्णा गौर ने कहा कि बाबूलालजी ने यह गलत किया है। महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ पर सिखों के नरसंहार के मामले दर्ज हैं। सिखों के नरसंहार के आरोपी हैं कमलनाथजी। ऐसे में उनकी तारीफ करना गलत है।
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर ने अपने ससुर के कांग्रेस के कार्यक्रम में शिरकत करने पर बड़ा बयान दिया है। पूर्व महापौर कृष्णा गौर ने कहा कि बाबूलालजी ने यह गलत किया है। महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ पर सिखों के नरसंहार के मामले दर्ज हैं। सिखों के नरसंहार के आरोपी हैं कमलनाथजी। ऐसे में उनकी तारीफ करना गलत है।
कृष्णा गौर ने यह भी कहा कि गौर साहब वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें पार्टी लाइन से हटकर कोई काम नहीं करना चाहिए। कृष्णा गौर अपने निवास पर मीडिया के सवालों के जवाब दे रही थीं।
साइडलाइन हो चुके हैं गौर
गौरतलब है कि गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक बाबूलाल गौर अक्सर बड़बोलेपन के कारण विवादों में रहते हैं। वे पिछले कुछ समय से पार्टी से किनारे कर लिए गए हैं। क्योंकि उस समय 80 की उम्र पार करने वाले दो मंत्रियों को साइडलाइन कर दिया गया था।
गौरतलब है कि गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक बाबूलाल गौर अक्सर बड़बोलेपन के कारण विवादों में रहते हैं। वे पिछले कुछ समय से पार्टी से किनारे कर लिए गए हैं। क्योंकि उस समय 80 की उम्र पार करने वाले दो मंत्रियों को साइडलाइन कर दिया गया था।
गौर की उत्तराधिकारी हो सकती हैं कृष्णा
भोपाल की गोविंदपुरा सीट हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है। इस पर कई दावेदारों के बीच मारामारी रहती है। यहां से बाबूलाल गौर विधायक हैं। मंत्री पद खो चुके हैं, लेकिन गौर आज भी चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। इसके अलावा उनकी बहू कृष्णागौर भी दावेदारों में शामिल हैं। उन्हें ही बाबूलाल गौर का उत्तराधिकारी माना जाता है। इससे पहले कृष्णागौर के समर्थन में सोशल मीडिया पर भी जोर-शोर से कैंपेन चल रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इसी सीट से महापौर आलोक शर्मा भी टिकट की दावेदारी कर सकते हैं। हालांकि इस सीट के लिए बातों ही बातों में प्रचार चल रहा है।
भोपाल की गोविंदपुरा सीट हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है। इस पर कई दावेदारों के बीच मारामारी रहती है। यहां से बाबूलाल गौर विधायक हैं। मंत्री पद खो चुके हैं, लेकिन गौर आज भी चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। इसके अलावा उनकी बहू कृष्णागौर भी दावेदारों में शामिल हैं। उन्हें ही बाबूलाल गौर का उत्तराधिकारी माना जाता है। इससे पहले कृष्णागौर के समर्थन में सोशल मीडिया पर भी जोर-शोर से कैंपेन चल रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इसी सीट से महापौर आलोक शर्मा भी टिकट की दावेदारी कर सकते हैं। हालांकि इस सीट के लिए बातों ही बातों में प्रचार चल रहा है।