भोपाल। भाजपा राज्यसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ प्रदेश भाजपा कार्यालय में अलग-अलग मंत्रणा की। दोपहर में शिवराज भाजपा कार्यालय पहुंचे। शिवराज और वीडी शर्मा के बीच लगभग आधे घंटे तक अकेले में चर्चा हुई। इसके बाद देर शाम गोपाल भार्गव ने प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंच कर शर्मा के साथ चर्चा की। प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी शनिवार देर शाम प्रवास से वापिस लौट आए हैं। वीडी शर्मा और भगत भी रविवार को बैठक करेंगे। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के बड़े नेता एक बार राज्यसभा के पैनल के लिए नाम फाइनल करने के बाद प्रदेश चुनाव समिति की बैठक बुलाएंगे। प्रदेश चुनाव समिति में औपचारिक सहमति के बाद पैनल राष्ट्रीय संगठन को भेजा जाएगा। राज्यसभा के लिए अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा।
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एससी-एसटी कार्ड चल सकती है भाजपा-
भाजपा को सीधे-सीधे एक सीट मिलती नजर आ रही है, लेकिन भाजपा दो उम्मीदवार मैदान में उतार कर वोटिंग की नौबत लाने की तैयारी में है। भाजपा की ओर से राज्यसभा में जाने के लिए मौजूदा सदस्य और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के साथ ही एक राष्ट्रीय महासचिव दावेदारी कर रहे हैं। भाजपा इस चुनाव में अनुसूचित जाति या जनजाति के उम्मीदवार को भी मैदान में उतार सकती है। शिवराज सरकार के दो पूर्व मंत्री लालसिंह आर्य और रंजना बघेल इस कोटे से दावेदारी कर रहे हैं।
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निकाय चुनाव की भी चिंता-
राज्यसभा चुनाव की कवायद पूरी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में होने वाले वाले नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट जाएगी। फिलहाल प्रदेश के अधिकांश नगर निगमों को कार्यकाल खत्म होने के कारण भंग कर दिया गया है। इन पर भाजपा का कब्जा था। कांग्रेस सरकार बनने के बाद इस साल नगरीय निकाय चुनाव में कड़ी टक्कर होने की संभावना है। ऐसे हालात में भाजपा की तैयारी है कि वह हर नगर निगम में पार्षद से महापौर तक के टिकट के लिए चेहरे चिन्हित करने और सर्वे कराने आदि का काम राज्यसभा चुनाव के बाद प्रारंभ कर देगी। पार्टी अब नए चेहरों को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है।