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लॉकडाउन 2 हफ्ते बढ़ने के आसार, घोषणा का इंतजार / केजरीवाल का दावा- प्रधानमंत्री लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला ले चुके हैं; मोदी ने बैठक में मुख्यमंत्रियों से कहा- जान है तो जहान है

प्रधानमंत्री मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग की। सभी राज्यों को भरोसा दिलाया कि केंद्र कोरोना पर उनके सुझावों पर गौर करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग की। सभी राज्यों को भरोसा दिलाया कि केंद्र कोरोना पर उनके सुझावों पर गौर करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गमछे को मास्क बनाया, मुख्यमंत्रियों से कहा- साथ मिलकर काम करेंगे
मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा- मैं चौबीस घंटे, सातों दिन फोन पर उपलब्ध हूं, कोई भी सीएम मुझे सुझाव दे सकता है
12 राज्य सरकारें लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में, पंजाब और ओडिशा सरकार ने लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया

नई दिल्ली. सरकार देशभर में लॉकडाउन को दो हफ्ते के लिए बढ़ाने जा रही है। बस औपचारिक घोषणा का इंतजार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ करीब 4 घंटे चली बैठक के बाद इसके संकेत मिले। बैठक के तुरंत बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया- ‘‘प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने का सही फैसला ले लिया है।’’

दिल्ली की तरह 12 राज्य सरकारें लॉकडाउन बढ़ाना चाहती हैं। पंजाब की कांग्रेस सरकार और ओडिशा की बीजद सरकार तो 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला कर चुकी है। बाकी राज्यों ने भी मोदी सरकार को कम से कम दो हफ्ते यानी 28 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया है। प्रधानमंत्री ने शनिवार जब मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 21 दिन में तीसरी बैठक की तो भी इसी तरह के विचार सामने आए। इस बैठक में मोदी गमछे को ही मास्क जैसे लगाए नजर आए। इससे पहले मोदी ने 20 मार्च और 2 अप्रैल को भी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा की थी।

प्रधानमंत्री ने कहा- जान है तो जहान है
बैठक में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा- ‘‘मैं 24 घंटे, सातों दिन फोन पर उपलब्ध हूं। कोई भी मुख्यमंत्री कभी भी मुझे सुझाव दे सकता है।’’ उन्होंने कहा- ‘‘जान है तो जहान है। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरुआत में इस पर जोर दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत जरूरी है। देश के ज्यादातर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया। अब भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है। देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा।’’

केजरीवाल ने कहा- लॉकडाउन खत्म हुआ तो हम सब कुछ खो देंगे
भारत की स्थिति दुनिया के कई विकसित देशों से बेहतर है, क्योंकि हमने लॉकडाउन काफी पहले ही कर दिया था। लॉकडाउन अभी खत्म हो गया तो हम सब कुछ खो देंगे।

12 राज्य लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में

राज्य आबादी संक्रमितों की संख्या
दिल्ली 1 करोड़ 67 लाख 87 हजार 941
903
महाराष्ट्र 11 करोड़ 23 लाख 74 हजार 333
1574
पंजाब 2 करोड़ 77 लाख 43 हजार 338
151

ओडिशा 4 करोड़ 19 लाख 74 हजार 218
50
कर्नाटक 6 करोड़ 10 लाख 95 हजार 297
214
उत्तर प्रदेश 19 करोड़ 98 लाख 12 हजार 341
433
तेलंगाना 3 करोड़ 50 लाख 03 हजार 674
487
राजस्थान 6 करोड़ 85 लाख 48 हजार 437
579
असम 3 करोड़ 12 लाख 05हजार 576 29
मध्य प्रदेश 7 करोड़ 26 लाख 26 हजार 809
451
छत्तीसगढ़ 2 करोड़ 55 लाख 45 हजार 198
18
पुड्डुचेरी 12 लाख 47 हजार 953 7
केजरीवाल और अमरिंदर सिंह ने केंद्र को सुझाव दिया
मोदी ने मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन के दौरान दी जा रही जरूरी सेवाओं की श्रेणी बढ़ाने और इसमें कुछ अन्य सेवाओं के लोगों को छूट देने पर सुझाव मांगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को इस महामारी से निपटने के लिए कंधे से कंधे मिलाकर काम करना है। अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री से लॉकडाउन 30 अप्रैल तकबढ़ाने की मांग की। केजरीवाल ने तीन सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जारी रखने का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर लिया जाए। राज्य अगर अपने स्तर पर लॉकडाउन फैसला लेंगे तो संक्रमण की रोकथाम असरदार नहीं होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी वजह से लॉकडाउन हटाया जाता है तो परिवहन सेवाएं बहाल न हों। वहीं,कैप्टन अमरिंदर सिंह नेउद्योगों और कृषि क्षेत्र को लॉकडाउन से छूट देने का सुझाव दिया। उन्होंने अपने राज्य के लिए अतिरिक्त जांच किट उपलब्ध करवाने की भी मांग की।

केंद्र सरकार लॉकडाउन में कुछ बदलाव कर सकती है

सरकार के सूत्रों के मुताबिक, कुछ बदलावों के साथ लॉकडाउन आगे बढ़ने के आसार हैं। राज्यों में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर प्रतिबंध जारी रहेंगे। स्कूल-कॉलेज और धर्मस्थल भी बंद रहने की संभावना है।
लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान हो रहा है, ऐसे में कुछ सेक्टरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शर्त पर लॉकडाउन से छूट दी जा सकती है। वहीं, आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार की संभावना जताई है। लॉकडाउन से सबसे ज्यादा असर एविएशन सेक्टर पर पड़ा है। ऐसे में सरकार एयरलाइंस कपंनियों को उड़ानें शुरू करने की छूट दे सकती है, लेकिन उन्हें सभी क्लास में बीच की सीट खाली रहनी होगी।
काॅन्फ्रेंस में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।
कोरोना पर अब तक मोदी के 3 संबोधन

पहला:प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। इसके बाद 22 मार्च को देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।
दूसरा:मोदी ने 24 मार्च को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।
तीसरा:प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया। इस दौरान लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।

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