मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद राज्य में अब उपचुनाव की रणभेरी बजने वाली है। भाजपा ने कैबिनेट गठन के बाद उपचुनावों की तैयारियों के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। शिवराज सिंह की कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से गोविंद सिंह राजपूत को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं सहकारिता विभाग की कमान सौंपी गई। साथ ही उन्हें ग्वालियर-चंबल संभाग का प्रभारी भी बनाया गया।
गोविंद सिंह राजपूत को यह जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही भाजपा ने 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियों की शुरुआत कर दी है। वहीं, राजपूत को टक्कर देने के लिए कांग्रेस कद्दावर नेता व वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर विचार कर रही है, क्योंकि जिन 24 सीटों पर उप चुनाव होना है उनमें सबसे ज्यादा 16 सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग में हैं।
इस अंचल में कांग्रेस से भाजपा में गए नेताओं को कड़ी चुनौती देने के लिए डॉ. गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाकर मैदान में उतारे जाने की चर्चा कांग्रेस खेमे में चल रही है। हालांकि कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सज्जन सिंह वर्मा और बाला बच्चन के नाम भी सुर्खियों में हैं।
भाजपा ने मंत्रिमंडल का गठन क्षेत्रीय संतुलन व उपचुनावों को ध्यान में रखते हुए किया है। इसी रणनीति के तहत सिंधिया के खासमखास माने जाने वाले गोविंद सिंह राजपूत को ग्वालियर-चंबल का प्रभारी बनाया है। इसके साथ ही जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को सागर व इंदौर संभाग का प्रभारी नियुक्त किया गया है।