मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार केरल में 8 जून तक मानसून आने की उम्मीद जताई गई है। इस आधार पर मध्यप्रदेश में 20 जून के बाद मानसून पूरी तरह से आ पाएगा…।
भोपाल। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार मानसून ( Monsoon ) आने में इंतजार बढ़ता जा रहा है। केरल में सात जून तक आने की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन अब मौसम विभाग ( India Meteorological Department ) ने अपडेट जारी कर मानसून के 8 जून तक केरल ( monsoon in kerala 2019 ) तट पर दस्तक देने की उम्मीद जताई है। इसी के आधार पर 20 जून के बाद यह मध्यप्रदेश में प्रवेश कर जाएगा। देरी से ही सही अच्छी बारिश की भी उम्मीद जताई जा रही है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक इस बार मानसून करीब 9 दिन देरी से आ रहा है। भले ही मानसून के केरल पहुंचने के संकेत मिल गए हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में इसकी दस्तक देने में फिलहाल काफी इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 13 जून तक मध्यप्रदेश आने वाला मानसून इस बार 20 जून के बाद ही आएगा। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार गर्मी अधिक पड़ने के साथ ही अच्छी बारिश का भी अनुमान लगाया गया है।
आगे बढ़ा मानसून
मौसम विभाग का कहना है कि पहले 7 जून तक मानसून के भारत पहुंचने का अनुमान लगाया था, लेकिन मॉनसून अब भूमध्य रेखा से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ रहा है। आम तौर पर मॉनसून 29 मई से एक जून के बीच केरल पहुंच जाता IMD आईएमडी ने मानसून को लेकर ताजा अपडेट जारी कर कहा है कि उत्तर की तरफ धीरे-धीरे बढ़ने की अनुकूल संभावना की उम्मीद है। आईएमडी (IMD) ने मॉनसून को लेकर बुलेटिन में कहा कि उत्तर की तरफ धीरे-धीरे बढ़ने की अनुकूल संभावना के कारण आठ जून के आसपास केरल में दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में मानसून की शुरुआत हो जाएगी। इसके 15 दिनों बाद मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे देगा।
मौसम विभाग का कहना है कि पहले 7 जून तक मानसून के भारत पहुंचने का अनुमान लगाया था, लेकिन मॉनसून अब भूमध्य रेखा से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ रहा है। आम तौर पर मॉनसून 29 मई से एक जून के बीच केरल पहुंच जाता IMD आईएमडी ने मानसून को लेकर ताजा अपडेट जारी कर कहा है कि उत्तर की तरफ धीरे-धीरे बढ़ने की अनुकूल संभावना की उम्मीद है। आईएमडी (IMD) ने मॉनसून को लेकर बुलेटिन में कहा कि उत्तर की तरफ धीरे-धीरे बढ़ने की अनुकूल संभावना के कारण आठ जून के आसपास केरल में दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में मानसून की शुरुआत हो जाएगी। इसके 15 दिनों बाद मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे देगा।
देश के कुछ हिस्सों में 50 पर तापमान
देश के कई हिस्सों में तापमान 50 के करीब पहुंच गया है। उत्तर भारत के ज्यादात हिस्सो में लू और गरम हवा के थपेड़ों से लोग झुलस रहे हैं। राजस्थान के चुरू में तो पारा 50 डिग्री चले गया। मौसम विभाग के मुताबिक इन इलाोकं में फिलहाल बारिश के लिए और इंतजार करना पड़ेगा।
देश के कई हिस्सों में तापमान 50 के करीब पहुंच गया है। उत्तर भारत के ज्यादात हिस्सो में लू और गरम हवा के थपेड़ों से लोग झुलस रहे हैं। राजस्थान के चुरू में तो पारा 50 डिग्री चले गया। मौसम विभाग के मुताबिक इन इलाोकं में फिलहाल बारिश के लिए और इंतजार करना पड़ेगा।
यह भी है खास
-मुंबई में 15 जून तक दस्तक दे सकता है।
-स्काईमेट के मौसम विज्ञानी अब 48 घंटे के भीतर मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं।
-मध्य भारत में मानसून के पहुंचने में 5-10 दिनों तक देरी का अनुमान है।
-मुंबई में 15 जून तक दस्तक दे सकता है।
-स्काईमेट के मौसम विज्ञानी अब 48 घंटे के भीतर मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं।
-मध्य भारत में मानसून के पहुंचने में 5-10 दिनों तक देरी का अनुमान है।
तोमर ने दिए निर्देश
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंत्रालय के अधिकारियों को देश में मानसून की प्रगति और सूखे की स्थिति पर निगाह रखने के निर्देश दिए हैं। तोमर ने किसानों के साथ संपर्क बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय स्तर की संस्थाओं को मजबूत और राज्य सरकारों के साथ समन्वय बनाने की जरूरत पर जोर दिया है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंत्रालय के अधिकारियों को देश में मानसून की प्रगति और सूखे की स्थिति पर निगाह रखने के निर्देश दिए हैं। तोमर ने किसानों के साथ संपर्क बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय स्तर की संस्थाओं को मजबूत और राज्य सरकारों के साथ समन्वय बनाने की जरूरत पर जोर दिया है।
37 फीसदी कम हुई बारिश
अब तक पूरे देश में 1 जून से हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो 37 प्रतिशत बारिश कम हुई है।
-जबकि मध्य भारत में 10 मिमी के औत से 53 प्रतिशत कम 4.7 मिमी बारिश हुई है।
अब तक पूरे देश में 1 जून से हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो 37 प्रतिशत बारिश कम हुई है।
-जबकि मध्य भारत में 10 मिमी के औत से 53 प्रतिशत कम 4.7 मिमी बारिश हुई है।
जानिए मानसून के बारे में
मानसून मूलतः हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है।
मानसून मूलतः हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है।
यहां भी चलेगी तीव्र लू
मध्यप्रदेश के छतरपुर, सागर, दमोह, रायसेन, राजगढ़, ग्वालियर, गुना,शिवपुरी, श्योपुरकलां, भिंड, मुरैना, दतिया, होशंगाबाद जिलो में तीव्र ली की आशंका है। जबकि रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, पन्ना, टीकमगढ़, बैतूल, खरगौन, खंडवा, शाजापुर, आगर मालवा, भोपाल जिले में लू चलने की संभावना व्यक्त की गई है।
मध्यप्रदेश के छतरपुर, सागर, दमोह, रायसेन, राजगढ़, ग्वालियर, गुना,शिवपुरी, श्योपुरकलां, भिंड, मुरैना, दतिया, होशंगाबाद जिलो में तीव्र ली की आशंका है। जबकि रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, पन्ना, टीकमगढ़, बैतूल, खरगौन, खंडवा, शाजापुर, आगर मालवा, भोपाल जिले में लू चलने की संभावना व्यक्त की गई है।
पचमढ़ी में भी लू का कहर
मध्यप्रदेश में सतपुड़ा के जंगल काफी ठंडे माने जाते हैं। प्रदेश के अन्य जिलों से करीब पांच-छह डिग्री तापमान यहां का कम रहता है। इस बार मध्यप्रदेश के बाकी जिलों की ही तरह यहां भी भीषण गर्मी पड़ रही है। पचमढ़ी के पहाड़ी क्षेत्र ( pachmarhi hills station ) में भी लू चल रही है। इससे वाइल्ड लाइफ ( WILF LIFE ) को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
मध्यप्रदेश में सतपुड़ा के जंगल काफी ठंडे माने जाते हैं। प्रदेश के अन्य जिलों से करीब पांच-छह डिग्री तापमान यहां का कम रहता है। इस बार मध्यप्रदेश के बाकी जिलों की ही तरह यहां भी भीषण गर्मी पड़ रही है। पचमढ़ी के पहाड़ी क्षेत्र ( pachmarhi hills station ) में भी लू चल रही है। इससे वाइल्ड लाइफ ( WILF LIFE ) को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
मध्यप्रदेश में मौसम की स्थिति
गुरुवार को मध्यप्रदेश के होशगाबाद और नौगांव में तापमान 48 डिग्री पर पहुंच गया है। यहां सबसे अधिक गर्मी है।
गुरुवार को मध्यप्रदेश के होशगाबाद और नौगांव में तापमान 48 डिग्री पर पहुंच गया है। यहां सबसे अधिक गर्मी है।
-इसके अलावा खजुराहो, श्योपुरकलां में 47 डिग्री से ऊपर तापमान बना हुआ है।
-भोपाल में 45.3 तापमान रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से 6 डिग्री अधिक है।
-ग्वालियर में तापमान 47.5 डिग्री पर बना हुआ है, जबकि न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री पर है।
-जबलपुर में भी पारा 45.8 डिग्री के पार बना हुआ है, जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री पर है।
-इंदौर का पारा 43 डिग्री पर है, जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री पर बना हुआ है। न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
-इंदौर का पारा 43 डिग्री पर है, जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री पर बना हुआ है। न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।