विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के 12 बागी विधायकों को मंगलवार सुबह 11 बजे उपस्थित रहने के लिए समन भेजा था लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देकर बेंगलुरु आने में असमर्थता जाहिर करते हुए मुलाकात के लिए चार सप्ताह का समय मांगा था.
दो निर्दलीय विधायकों- आर. शंकर और एच. नागेश के आठ जुलाई को मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए सरकार से समर्थन लेकर बीजेपी में जाने के बाद बीजेपी के पास 107 विधायक हो गए जिनमें उसके अपने 105 विधायक हैं.
कुमारस्वामी की सरकार गिरने के बाद बीजेपी खेमे में खुशी की लहर देखी गई. विधान सौध के बाहर बीजेपी कार्यकर्ता जश्न मनाते दिखे. उधर सदन में पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा विक्टरी साइन दिखाते हुए नजर आए. उनके साथ बीजेपी के सभी विधायक मौजूद दिखे.
इससे पहले कुमारस्वामी की अगुआई वाली गठबंधन सरकार का बहुमत सिद्ध करने के लिए विधानसभा में कार्यवाही मंगलवार शाम तक जारी रही. सदन में विश्वास प्रस्ताव पर लंबी बहस चली. बहस के बाद बहुमत सिद्ध किया गया जिसमें गठबंधन सरकार असफल रही. इससे पहले मुख्यमंत्री ने 18 जुलाई को लाए अपने प्रस्ताव का जवाब दिया.