यह सर्वे रिपोर्ट नेशनल हेराल्ड इंडिया डॉट कॉम में प्रकाशित हुई है। इस सर्वे से भाजपा इसलिए खुश हो सकती है क्योंकि नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना ही पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। नेशनल हेराल्ड कांग्रेस का ही मुखपत्र है। यह चुनावी सर्वे स्पीक मीडिया नेटवर्क ने किया है। हालांकि हेराल्ड ने यह सर्वे कांग्रेस के लिए चेतावनी के रूप में जारी किया है।
इस सर्वे के अनुसार यदि राज्य में कांग्रेस और बसपा अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी तो इसका सीधा फायदा भाजपा को मिलेगा। इस स्थिति में भाजपा को 147 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 73 सीटें जा सकती हैं। बसपा को 10 सीटें मिल सकती हैं। दोनों पार्टियां 83 सीटें जीत सकती हैं। इसका सीधा सीधा अर्थ है कि कांग्रेस एक बार फिर सत्ता से दूर रह सकती है।

उल्लेखनीय है कि 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 165 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस 58 सीटों पर सिमट गई थी। बसपा को 4 और अन्य को 3 सीटें मिली थीं। हालांकि यह तय है कि यदि कांग्रेस और बसपा का गठजोड़ होता है तो निश्चित ही दोनों ही दलों को फायदा होगा।