राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में विपक्षी पार्टियों की बैठक हुई।
बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि सदन चले। पिछले सत्र में सत्तारुढ़ गठबंधन के दलों ने सदन नहीं चलने दिया था। आजाद ने कहा कि विपक्षी दल सदन में लोगों से जुड़े मुद्दे उठाएंगे। इसमें बेरोजगारी, मॉब लिंचिग, एमएसपी, एससी/एसटी अत्याचार, उच्च शिक्षा और महंगाई शामिल होंगी। हम चाहते हैं कि इन मुद्दों पर सदन में चर्चा हो। यदि इन मुद्दों पर कोई गतिरोध हुआ या सरकार ने सदन नहीं चलते दिया। तो इसके लिए सरकार जिम्मेदारी होगी।बैठक में कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस से सुखेंदु शेखर, सपा से रामगोपाल यादव, सीपीआई से डी. राजा, एनसीपी से शरद पवार, आरजेडी से मीसा भारती, सीपीएम से मोहम्मद सलीम और बसपा से सतीश चंद्र मिश्र सहित कुल 13 पार्टियों के नेताओं ने हिस्सा लिया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बैठक में राज्यसभा में उपसभापति पद के चुनाव को लेकर भी शुरुआती चर्चा हुई है।विपक्षी दलों की बैठक से पहले संसद सत्र में रणनीति को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में संसद के दोनों सदनों में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई। पार्टी के एक नेता ने कहा कि बैठक में उपसभापति पद के चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। पार्टी चुनावी गठबंधन की संभावनाओं को देखते हुए उप सभापति पद के चुनाव में निर्णय लेगी। टीडीपी के सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर भी कांग्रेस सभी दलों के साथ मिलकर निर्णय करेगी।