लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को देश के सामने आएंगे, लेकिन उससे पहले आए आजतक-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के आंकड़ो के मुताबिक नरेंद्र मोदी की सरकार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में एक बार फिर वापसी करती हुई नजर आ रही है. जबकि कांग्रेस सहित विपक्षी दलों का पूरी तरह से सफाया होता दिख रहा है. अगर एग्जिट पोल के आंकड़े नतीजों में तब्दील होते हैं और मोदी सरकार 2014 से ज्यादा ताकतवर बनकर उभरेगी. ऐसे में मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार और कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर संकट के बादल गहरा सकते हैं.कमलनाथ सरकार पर खतरा?बता दें कि पिछले साल मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. राज्य की 231 सीटों में से कांग्रेस को 113, बीजेपी को 109, बसपा को दो, सपा को एक और निर्दलीय चार जीतने में कामयाब रहे हैं. इस तरह से देखें तो कांग्रेस और बीजेपी के बीच महज चार सीट का फर्क है. कांग्रेस की सबसे ज्यादा सीटें होने के कारण कमलनाथ ने चार निर्दलीय, दो बसपा के और एक सपा के विधायक के समर्थन से सत्ता पर विराजमान हैं.हालांकि बीजेपी बहुमत के आंकड़े के बहुत ज्यादा दूर नहीं है. ऐसे में केंद्र में मोदी सरकार वापसी होती है तो कमलनाथ सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. बीजेपी केंद्र के बाद राज्य की सत्ता पर काबिज होने का दांव चल सकती है. कांग्रेस कई बार मध्य प्रदेश में अपने विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप बीजेपी पर लगाते हुए आशंका जाहिर कर चुकी है. यही वजह है कि अगर केंद्र में मोदी सरकार की वापसी प्रचंड बहुमत के साथ वापसी होती है तो कमलनाथ सरकार के लिए संकट खड़े हो सकते हैं.बीजेपी के महासचिव और मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ 22 दिन रहेंगे इस पर भी सवाल है. इससे साफ जाहिर है कि बीजेपी कहीं न कहीं मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के मंसूबे अपने दिल में पाल रखी है.कर्नाटक में कुमारस्वामी पर संकट?दरअसल कर्नाटक की 225 विधानसभा सीटों में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस को 37, बसपा को 1, केपीजेपी को 1 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली थी. इस तरह से किसी भी पार्टी को बहुमत का आंकड़ा नहीं मिला था.बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ली. लेकिन कांग्रेस-जेडीएस के एक साथ आने से वह बहुमत साबित नहीं कर पाए. इसके बाद कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन के साथ राज्य में कुमारस्वामी की सरकार बनाई.कर्नाटक में लगातार कुमारस्वामी की सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं. यह बात कुमारस्वामी खुद भी कई बार कह चुके हैं. इसके अलावा कांग्रेस के कई विधायकों की नाराजगी की बातें सामने आती रही है. यही नहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कुमारस्वामी के बीच भी मतभेद की बात कई बार आ चुकी है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के लिए कर्नाटक में जिस तरह से एग्जिट पोल आए हैं, उस लिहाज से बीजेपी 2014 से ज्यादा सीटें जीतती हुई नजर आ रही है.आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश की कुल 29 में से बीजेपी को 26 से 28 और कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिलती हुई दिख रही है. अगर यही आंकड़े नतीजे में दब्दील होते हैं तो कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी कर्नाटक में सरकार बनाने की एक बार फिर से कोशिश कर सकती है.