फतेहाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक बार फिर से चुनावी रैलियों को संबोधित करने निकले और इसकी शुरुआत फतेहाबाद से हुई जहां मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने यूपीए और मोदी सरकार के बीच तुलना करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई।
मोदी ने सिख दंगों के गुनहगारों को लेकर कहा कि 1984 में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में हजारों सिख परिवारों की कांग्रेस परिवार और उसके दरबारियों के इशारे पर हत्या की गई। 34 साल तक दर्जन भर आयोग बने लेकिन सिख समुदाय को इंसाफ नहीं मिला। आपके इस चौकीदार ने सिख समुदाय को इंसाफ देने का वादा किया था, मुझे संतोष है कि सिखों समुदाय के गुनहगारों को सजा मिलना शुरु हो गया है। लेकिन ये बेशर्म कांग्रेस उन लोगों को आज भी ईनाम दे रही है, जो उस पाप में हिस्सेदार रहे हैं। सिख दंगों में जिस पर सवाल उठे, उसे मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उसे आपकी भावनाओं की कोई परवाह नहीं है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के राज में समाज का कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं रहा। कांग्रेस न्याय की बात करती है, लेकिन यहां आपने खुद देखा है कि दलित वर्ग से आने वाले अपने अध्यक्ष तक को वो इंसाफ नहीं दिला पाई। एक तरफ किसानों के हितों के लिए हम पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने झूठ और धोखे की नीति अपना रखी है। कर्जमाफी के नाम पर उसने राजस्थान में, मध्य प्रदेश में किसानों को कैसे छला है, अब इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। आपके आशीर्वाद से किसानों को लूटने वालों को ये चौकीदार कोर्ट तक ले गया है। जमानत के लिए चक्कर काट रहे हैं, ईडी के दफ्तर में जूते घिस रहे हैं। इन्हें जेल के दरवाजे तक तो ले गया हूं, आने वाले 5 साल में अंदर भी कर दूंगा।
मोदी ने वन रैंक वन पेंशन का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने वादा किया था कि वो OROP लागू करेंगे। इस वादे में उन्होंने 40 साल निकाल दिए। जब ज्यादा दबाव पड़ा तो 2014 के अंतरिम बजट में सिर्फ 500 करोड़ रुपये का प्रावधान कर कह दिया कि हमने इसे लागू कर दिया। कांग्रेस जवानों की आंखों में धूल झोंकती है। अब तक हमारी सरकार 35 हजार करोड़ रुपये #OROP के अंतर्गत पूर्व सैनिकों के खातों में पहुंचा चुकी है। देश की रक्षा करने वालों से झूठ बोलने और उन्हें सम्मान न देने की इनकी सोच के कारण ही कांग्रेस के लोग देश में नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं बना सके। अपने परिवार के लोगों के तो गली-गली में स्मारक बना दिये, लेकिन सैनिको के सम्मान में कोई राष्ट्रीय स्मारक न बना सके। ठण्ड हो, गर्मी हो या कोई भी त्यौहार हों पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। हमारी रक्षा के लिए आजादी के बाद 33 हजार पुलिस वाले शहीद हो चुके हैं।
कांग्रेस और उनके महामिलावटियों ने इन्हें कभी सम्मान नहीं दिया। ये काम भी आपके चौकीदार ने किया।
मोदी ने कहा कि हमारे घरों के बच्चे जो फौज में, अर्धसैनिक बलों में जाते हैं उसे कांग्रेस और उसके साथी किस नजर से देखते हैं, वो आप सुनोगे तो आपका गुस्सा सातवें आसमान पर जाएगा। कर्नाटक में कांग्रेस के सहयोग से चल रही सरकार के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है उस बयान के बाद देश 100 वर्षों तक स्वीकार नहीं कर सकता। उनका कहना है कि जिनको दो वक्त की रोटी नहीं मिलती है वो अपना पेट भरने के लिए सेना में जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस ने ढकोसला पत्र में कहा है कि दिल्ली में अगर उसकी सरकार बनी तो जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों को जो विशेष अधिकार मिला है, उसे छीन लिया जाएगा। यानी कांग्रेस आतंकवादियों, पत्थरबाजों को खुली छूट देने की बात कर रही है। भारत माता की जय बोलने पर ऐतराज जताने वाली कांग्रेस अब देशद्रोह का कानून हटाने की भी बात कह रही है। कांग्रेस चाहती है कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को, भारत को गाली देने वालों को, तिरंगे का अपमान करने वालों, नक्सलवादियों के समर्थकों को खुली छूट मिले।
सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि, कांग्रेस का अतीत ऐसा है कि राष्ट्र रक्षा में ये कुछ नहीं बोल पाते। 2014 से पहले आए दिन पाकिस्तान हमारे जवानों के साथ बर्बरता करता था, देश में आतंकी हमले होते थे लेकिन तब की केंद्र सरकार सिर्फ बयान देती थी। आप मुझे बताइये कोई राष्ट्र अपनी रक्षा नीति को मजबूत किये बिना विश्व शक्ति बन सकता है क्या? जो राष्ट्र अपनी रक्षा नहीं कर पाता, दुनिया उसकी बात सुनेगी क्या? कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों ने अपनी एक भी सभा में इस विषय पर एक भी बात बताई है क्या? अब हमारे सपूत आतंकियों के अड्डे में घुसकर मारते हैं। पहली सर्जिकल स्ट्राइक कर हम जमीन से हमला करने गए। फिर हमने एयर स्ट्राइक की। जो आतंकी पहले हमें डराते थे, वो अब दुबक के बैठे हैं। मसूद अजहर अब ग्लोबल आतंकी घोषित हो चुका है। पाकिस्तान अब मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर है। अपनी 5-6 साल की कोशिश करने के बाद भी कांग्रेस सरकार ऐसा नहीं करवा पाई थी। क्यों? क्योंकि नीयत नहीं थी, नीति साफ नहीं थी।
Check Also
विकसित म.प्र. 2047 विजन डॉक्यूमेंट के लिए हुआ जिला स्तरीय जनसंवाद कार्यक्रम
🔊 Listen to this Jan 8, 2025 at 08:30 विकसित म.प्र. 2047 विजन डॉक्यूमेंट के …