विजयादशमी पर मंगलवार को अवंतिकानाथ
महाकाल शमी पूजन के लिए नए शहर पधारे। राजा के स्वागत में नगरवासी उमड़ पड़े। सवारी मार्ग पर 100 से अधिक मंचों से पुष्प वर्षा कर राजाधिराज का स्वागत किया गया।
शाही ठाठबाट के साथ शाम 4 बजे भगवान महाकाल की सवारी दशहरा मैदान की ओर रवाना हुई। इससे पूर्व मंदिर के सभामंडप में प्रशासक रजनीश कसेरा ने भगवान के मनमहेश रूप का पूजन किया। इसके बाद भगवान महाकाल चांदी की पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण के लिए निकले।